आदिवासी विकास मंत्रालय नई दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ.कपूर ने किया जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित संग्रहालय भवन का आकस्मिक निरीक्षण
(उग्रप्रभा न्यूज़ देवेंद्र वर्मा )
छिंदवाड़ा उग्र प्रभा समाचार - भारत सरकार के आदिवासी विकास मंत्रालय नई दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ.नवलजीत कपूर द्वारा आज जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा में लगभग 30 करोड़ रूपये लागत के जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित संग्रहालय के निर्माणाधीन भवन का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान म.प्र.शासन के जनजातीय कार्य मंत्रालय की उप सचिव एवं वन्या प्रकाशन भोपाल की प्रबंध संचालक श्रीमती मीनाक्षी सिंह, कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले, वन्या प्रकाशन भोपाल के कलाकार श्री धनंजय, श्री नीतिराज सिंह, जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त श्री सत्येन्द्र सिंह मरकाम व सहायक संचालक शिक्षा श्री उमेश कुमार सातनकर, परियोजना क्रियान्वयन ईकाई (लोक निर्माण) संभागीय परियोजना यंत्री श्री नीलेश गुप्ता, श्री बादल भोई आदिवासी संग्रहालय के अनुसंधान अधिकारी श्री एल.आर.मीना, श्री सुनील चौहान और अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे । भारत सरकार के आदिवासी विकास मंत्रालय नई दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ.कपूर द्वारा जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संग्रहालय भवन के 5 ब्लाकों के विभिन्न कक्षों और भवन के बाहर बने ओपन थियेटर व बाउंड्रीवाल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया । उन्होंने 5 ब्लाकों और ओपन थियेटर में किये जाने वाले कार्यो की जानकारी ली तथा दिव्यांगजनों के लिये रैम्प और लिफ्ट का प्रावधान करने, एक कक्ष में बच्चों के मनोरंजन आदि के लिये कुछ अच्छे व मनोरंजक खेलों का प्रावधान करने, फोटो गैलरी और अन्य स्थलों व दीवारों पर किये जाने वाले कार्यो की विस्तार से जानकारी प्राप्त की । उन्होंने बाहरी स्थल पर लैंडस्कैप तैयार करने और पार्किंग आदि के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने श्री बादल भोई आदिवासी संग्रहालय के विभिन्न कक्षों का भी निरीक्षण किया और इस संग्रहालय की उपयोगिता बढ़ाने और संग्रहालय में प्रदर्शित वस्तुओं को एक थीम के अनुसार व्यवस्थित करने का सुझाव भी दिया । उन्होंने जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संग्रहालय भवन संबंधी सभी कार्यो और वन्या प्रकाशन भोपाल के माध्यम से भवन की आंतरिक साज-सज्जा के अंतर्गत क्यूरेशन, म्यूरल्स, स्टेच्यू आदि का कार्य तीव्र गति से पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये ।
संयुक्त सचिव डॉ.कपूर ने इस दौरान कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी लाल किले की प्राचीर से यह आव्हान किया है कि देश के जो आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहें हैं और जिन-जिन राज्यों में आदिवासियों ने स्वतंत्रता संग्राम के लिये संघर्ष किया है, उनकी दास्तां और उनके योगदान को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने विशेषकर युवा पीढ़ी को अवगत कराने के लिये आदिवासी संग्रहालय बनाये जा रहे हैं । आदिवासियों के स्वतंत्रता संग्राम संबंधी संग्रहालयों की स्थापना की दृष्टि से छिन्दवाड़ा जिले का श्री बादल भोई संग्रहालय महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आजादी के अमृत महोत्सव पर इस संग्रहालय का शुभारंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। इस संग्रहालय को इस तरह बनाने का लक्ष्य रखा गया है जहां न केवल पर्यटन हो, बल्कि लोग हमारे जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और आदिवासी संस्कृति को जानें। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी टीम मिलकर जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित इस संग्रहालय को शीघ्र पूर्ण करने के कार्य में लगी हुई है तथा सभी मिलकर इस कार्य को उस स्थिति तक ले जायेंगे जहां यह एक उत्कृष्ट पर्यटन केन्द्र बन सके । निरीक्षण के दौरान संभागीय परियोजना यंत्री परियोजना क्रियान्वयन ईकाई (लोक निर्माण) श्री गुप्ता ने संग्रहालय के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी दी तथा वन्या प्रकाशन भोपाल के अधिकारियों ने भवन की आंतरिक साज-सज्जा के अंतर्गत किये जाने वाले कार्यो की विस्तार से जानकारी दी ।