जिनके माता-पिता नहीं है वह बच्चे ज्यादा पीड़ित होते हैं: श्री शोभाराम डेहरिया
सिवनी उग्र प्रभा समाचार- बाल दिवस के उपलक्ष में शा. पीजी कॉलेज सिवनी मुख्य अतिथि वह मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित श्री शोभाराम डेहरिया। कहा कि ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता या जिनके सिंगल पेरेंट्स है ऐसे बच्चे अधिक प्रताड़ित और प्रभावित होते हैं ऐसे कई मामले बाल कल्याण समिति के समक्ष भी देखने को मिले हैं। बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए एक स्वच्छ और अच्छा वातावरण होना चाहिए साथ ही ऐसे वातावरण के लिए हम सबकी सामाजिक जिम्मेदारी है की बच्चों का उचित देखभाल और अच्छे वातावरण में हो जिससे कि उनकी शारीरिक मानसिक और बौद्धिक विकास के अच्छे अवसर प्राप्त हो सके।बाल कल्याण समिति न्याय पीठ सिवनी के सदस्य शोभाराम डेहरिया शासकीय पीजी महाविद्यालय सिवनी में एनएसएस द्वारा आयोजित आयोजित बाल संरक्षण संगोष्ठी में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए ।कार्यक्रम में एनएसएस प्रभारी पूनम अहिरवार, प्रोफेसर चौरसिया जी एवं छात्र जहीर खान जोकि हांकी खिलाड़ी है मुख्य रूप से भाग लिए। बाल संरक्षक कार्यक्रम में एनएसएस के छात्र छात्राओं।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शोभाराम डेहरिया द्वारा बाल दिवस पर बच्चों के संरक्षण देखभाल एवं बच्चों के सामाजिक ,बौद्धिक, शारीरिक मानसिक, व संपूर्ण विकास के लिए सामाजिक वातावरण एवं सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने के लिए छात्रों को प्रेरित किया। साथ ही बाल दिवस पर संक्षिप्त इतिहास एवं पास्को एक्ट, बच्चों का लैंगिक संरक्षण अधिनियम से संबंधित जानकारी प्रदान की गई साथ ही बाल श्रम बालकों पर हो रहे अपराधों की रोकथाम एवं बाल संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाने के सुझाव देने के साथ ही चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की जानकारी दी गई।साथी ही शोभाराम डेहरिया द्वारा कहा गया की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में बाल संरक्षण पर कार्यक्रम होते रहना चाहिए।