भाजपा के शासनकाल में शिक्षा व्यवस्था चौपट होते नजर आ रही है
उग्र प्रभा समाचार(बबलेश डेहरिया ) सिवनी जिले से 100किलो मीटर दूर जनपद पंचायत लखनादौन के अंतर्गत लास्ट बॉर्डर की आदिवासी ग्राम कुडारी में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला है दोनों शालाओं में लगभग 100 बच्चों की दर्द संख्या है जहां पर एक भी रेगुलर टीचर नहीं है दोनों शालाए एक ही माध्यमिक शालाभवन में संचालित होती हैं जो की प्राथमिक शाला भवन 10/15वर्ष पहले छति ग्रस्त हो चुका है एवं वर्तमान में कक्षा 1 से 8 माध्यमिक साला भवन में संचालित हो रही है वह भी क्षतिग्रस्त हो चुका है लेकिन बच्चे उसी क्षतिग्रस्त शाला भवन में पढ़ रहे जहां एक ही रेगुलर टीचर नहीं जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा सिवनी सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग कार्यालय ,एवं लखनादौन बीआरसी अधिकारी संकुल केंद्र , प्रिंसिपल अर्जुन सिंह गौर सभी अधिकारियों को दिया है लेकिन आज तक दोनों स्कूलों में कोई शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हो पाई जबकि लखनादौन विधायक , योगेंद्र सिंह बाबा द्वारा उच्चाधिकारियों को लेटर लिखा गया इसके बावजूद भी शासन-प्रशासन अभी भी सो रहा हैं आखिर बच्चों की क्या गलती है जिससे उनका भविष्य खराब हो रहा है इस संबंध मैं प्रिंसिपल अर्जुन सिंह गौर द्वारा पूछा गया उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा जिला ए सी कार्यालय में लिखित आवेदन दिया गया है हो सकता है जल्दी से जल्दी अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था हो सकती