अमरवाड़ा विकास खण्ड के संकुल केंद्र पौनार की शालाओ में शिक्षण व्यवस्थाओ का जायजा लेने पहुँचे नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधि।
संकुल केंद्र पौनार अपनी दुर्दशा में बहा रहा आंसू ,संकुल केंद्र पौनार की सुध लेने वाला नही कोई।
✍️ संकुल केंद्र पौनार में आये दिन देखने को मिलती है भारी अनियमितता ।
✍️ संस्था शा.उच्च.मध्या.विधा.पौनार में विद्यालयीन छात्र छात्राओं ने कैमरे के सामने एक एक करके बताई शाला सम्बन्धी वर्तमान अव्यवस्थाएं ।
✍️ कागजो में खानापूर्ति करके दर्शा दी जाती है व्यवस्थाये जबकि पालक शिक्षक संघ फंड से स्वीकृत कार्य पड़े है अधुरे ।
✍️ मध्य प्रदेश शासन के शिक्षण सम्बन्धी आदेशो की उड़ाई जा रही धज्जियां 1 माह से ज्यादा समय पूर्ण हो जाने के बाद भी रिक्त पड़े पदों पर नही कि गई अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था।
✍️ संकुल केंद्र पौनार में नही है प्राचार्य, लिपिक बाबू एवम कंप्यूटर आपरेटर ।
उग्र प्रभा समाचार पौनार - अमरवाड़ा विकास खंड से 18 किमी दूर संकुल केंद्र पौनार की अधीनस्थ संस्था शा.उच्च.मध्या.विधा.पौनार में नवनिर्वाचित जनपद सदस्य प्रतिनिधि एवम भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला छिन्दवाड़ा के सोशल मीडिया प्रभारी श्री संतोष वर्मा , विकासखण्ड ग्रामीण मण्डल अमरवाड़ा के किसान मोर्चा के महामंत्री एवम नवनिर्वाचित पंच श्री परमानंद अवस्थी , नवनिर्वाचित पंच श्री पदम् डेहरिया एवम पालक शिक्षक संघ पौनार के अध्यक्ष श्री प्रकाश साहू उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू विद्यालय में शिक्षण सम्बंधी गतिविधियों का जायजा लेने पहुंचे । विद्यालय निरीक्षण के दौरान जनप्रतिनिधियो ने छात्र छात्राओं से चर्चा की एवम उनकी शाला सम्बन्धी समस्या बताने को कहा जिसमे समस्त छात्र छात्राओं ने पंक्तिबद्ध अपनी समस्याओ को जनप्रतिनिधियो के समक्ष रखा छात्र छात्राओं ने कहा कि उन्हें शुद्धपेजल नही मिलता, कक्षा में लाइट की व्यवस्था नही है , कक्षा में पंखा नही होते, कक्षा में डस्टबीन नही है, छात्र छात्राओं के शौचालय में साफ सफाई का कोई ध्यान नही रखा जाता , पीरियड बार बार बदलते रहते है एवम समय सारणी के अनुसार पीरियड नही लगते, विज्ञान संकाय से कला संकाय में प्रवेश हेतु उन पर दवाब बनाया जाता है , प्रैक्टिकल लेब में ताला लगा रहता है ,खेलकूद की सामग्री उन्हें उपलब्ध नही कराई जाती, शिक्षक देरी से एवम एक दो दिन के अंतर से शाला आते है, बाउंडरी वाल नही होने से लोगो के आने जाने परिवहन साधनों के शाला परिसर से आने जाने से उन्हें शिक्षण कार्य ग्रहण करने में परेशानी होती है इस तरह की बहुत सारी मूलभूत सुविधाओं में लापरवाही एवम अनियमितता की शिकायत छात्र छात्राओं ने जनप्रतिनिधियो को बताई जिनके जवाब में प्रभारी प्राचार्य एवम शिक्षणगण छुप्पी साधे रहे। शिक्षण कार्य मे सुधार हेतु शिक्षको के रिक्त पड़े पदों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती के जनप्रतिनिधियो के प्रश्न में भी प्रभारी प्राचार्य एवम संकुल प्राचार्य वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेने की कह कर संतोष जनक जवाब नही दे पाए।संकुल केंद्र होने के बाबजूद संस्था में खाली पड़े पदों जैसे प्राचार्य पद एवम कम्प्यूटर ऑपरेटर के पदों एवम विषयवार रिक्त शिक्षको की मांग पत्र हेतु जानकारी मांगी गई तो कोई संतोषजनक उत्तर जनप्रतिनिधियो को नही मिला। स्कूल में दर्ज अभिलेख के अनुसार जब लिपिक बाबू की अनुपस्थिति पर प्रश्न किया गया तो शीघ्र ही लिपिक बाबू की उनकी मूल संस्था में पहुचाने का आश्वाशन विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवम प्रभारी संकुल प्राचार्य पौनार ने दिया साथ ही पालक शिक्षक संघ के पूर्व से स्वीकृत कार्यो की समीक्षा जनप्रतिनिधियो ने की तो प्रभारी प्राचार्य एवम अन्य जिम्मेदार शिक्षणगण द्वारा टालमटोल जवाब दिया गया जिस पर उपस्थित जनप्रतिनिधियो एवम अध्यक्ष उपाध्यक्ष पालक शिक्षक संघ ने कड़ी नाराजगी जताई और शीघ्र ही इन मुद्दों को संज्ञान में लेने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी , जिला कलेक्टर महोदय, प्रभारी मंत्री छिन्दवाड़ा , म0प्र0 शासन के शिक्षा मंत्री का ध्यानाकर्षण कराया जाने की बात कही कि किस तरह म0प्र0 शासन की शिक्षा सम्बन्धी योजनाओ का बँटाधार धरातल में किया जाता है।