गायत्री परिवार छिंदवाड़ा की महिलाओं नें जिला जेल पंहुचकर बंदियों को बांधा रक्षा सूत्र।
रिपोर्ट - मोहिता जगदेव उग्र प्रभा समाचार छिंदवाड़ा - अखिल विश्व गायत्री परिवार छिंदवाड़ा की महिलाओं नें आज जिला जेल छिंदवाड़ा पंहुचकर कैदियों को रक्षा सूत्र बांधकर बहन का प्यार बंदी भाइयो को बांटा। जिसमें गायत्री परिवार की बहनों सुश्री कमला डेहरियाश्रीमती अनिता राऊत,रत्ना डोंगरे, नलिनी अल्डक,कमला चौवितकर, अंजना बघेल,नीलू सूर्यवंशी, चंदा साहू, पूर्णिमा राय,शोभा साहू रूक्मिणी गुप्ता द्वारा अपने हाथों से बनाई अभिमंत्रित राखी गायत्री मंत्र का जाप करते हुए कैदी भाईयों को बांधी गई।
दीप प्रज्जवलित कर सभी बहनों ने अक्षत, तिलक लगाकर बड़े ही स्नेह से सभी कैदी भाईयों को रक्षासूत्र बांधकर उनके सद्बुद्धि व उज्जवल भविष्य की कामना की और जेल से छूटने के बाद अच्छे कार्य करने प्रेरित किया। जिला जेल के अधिकारी भी मौजूद रहे, बहनों ने उन्हें भी रक्षासूत्र बांध आशीर्वाद दिया।
सभी बंदी एंव जेल के अधिकारी कर्मचारी को नास्ता व फल भी वितरण किया गया। एक बंदी भाई ने देवी का चित्र अपने हाथों से उकेरा रूमाल बहनों को भेंट किया
जिसे पाकर बहनें भी बहुत खूब हुई साथ ही उसके कला की खूब सराहना कर कैदी भाई का उत्साहवर्धन कर उसे आशीर्वाद दिया। गायत्री परिवार की प्रमुख वरिष्ठ कार्यकर्ता सुश्री कमला डेहरिया ने अपने उद्बोधन से सभी कैदी भाईयों को सद्मार्ग पर चलने को प्रेरित किया , बुराई छोड़ देने का आव्हान किया।जिसे सभी कैदी भाईयों ने सहर्ष ही स्वीकार किया।एंव वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित किया गया। बाल्मीकि ऋषि का उदाहरण देते बाल्मीकि एक बडा डाकु था। ठोकर खाकर अपनी भूल सुधार कर रामायण महाकाव्य लिख डाला।आचार्य श्रीराम शर्मा गायत्री परिवार के संस्थापक के सुविचारो को पढकर अपने जीवन पर शांति पा सकते है। आप यहा सें छुटकर अपनी गलती को सुधारकर अपने जीवन को सौहार्दपूर्ण बना सकते हैं ।अपनी मेहनत व ईमानदारी से रोजी रोटी कमा परिवार के साथ रहकर रुखा सूखा खाकर खुशी बांट सकते हैं।
जेल प्रशासन के सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने इस कार्य में सराहनीय योगदान दिया




