संकुल केंद्र पौनार में लटका रहता है ताला शिक्षको की राह ताकते रहते है छात्र छात्राये
संकुल केंद्र पौनार में समय से स्कूल नही पहुँचते सम्मानीय शिक्षक
संकुल केंद्र पौनार में देखने को मिलती है भारी अनियमितता।. शिक्षको का इंतजार करते रहते है छात्र छात्राये।.
समय पर स्कूल नही खोलने का वीडियो एवम प्रभारी प्राचार्य से हुई चर्चा की काल रिकार्डिंग है सबूत।
इसके पूर्व भी समय से शाला नही खोलने का एवम शिक्षा व्यवस्था तथा शिक्षको की लेट लतीफी के सम्बंध में संकुल केंद्र पौनार रहा है सुर्खियों में।
राज की बात यह है कि शिक्षकों को नही रहता कार्यवाही का डर इसी सह में देरी से शाला पहुँचते है शिक्षक।
पौनार (मोनु ठाकुर) - अमरवाड़ा विकासखंड से महज 18 किलोमीटर दूर संकुल केंद्र पौनार में शिक्षा का स्तर लगातार नीचे गिरते जा रहा है , यहां पर ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि उचित प्रबंधन नही होने एवम प्रभारी प्राचार्य होने के कारण ग्राम पौनार में शिक्षा व्यवस्था के स्तर में भारी गिरावट देखी जा सकती है । एक शाला एक परिसर के अंर्तगत शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक,शासकीय उच्च एवम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में निर्धारित समय पर शिक्षक शाला नही पहुचते। शिक्षक के इंतजार में छात्र छात्राये स्कूल परिसर में शिक्षको का इंतजार करते रहते है एवम प्राथमिक स्तर के छात्र छात्राये बारिश के मौसम में बाहर खेलते रहते है। उग्र प्रभा संवाददाता मोनू ठाकुर को सूचना मिलते ही सुबह 11 बजे एक शाला एक परिसर संकुल केंद्र पौनार पहुँचकर जायजा लिया गया जहाँ पर विद्यार्थी शाला परिसर में खेलते एवम शिक्षको का इंतजार करते पाए गए । शाला खुलने के निर्धारित समय से ज्यादा 11 बजे तक कोई शिक्षक शाला परिसर में नही पहुँचा ।
शिक्षको की लापरवाही का भुगतान इन मासूम विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है जो बड़े उत्साह से स्कूल आते है साथ ही पालको के अपने बच्चों से जुड़े सपनो टूटते शिक्षको की मनमर्जी एवम लापरवाही के द्वारा देखा जा सकता है ।इन शाला में पदस्थ शिक्षको एवम प्रभारी प्राचार्य में डर का नाम नही है , समय पर शाला नही आना समय के पहले शाला से चले जाना साथ ही बच्चो को पढ़ाना नही शाल में प्रवेश (एडमिशन) हेतु पालको एवम बच्चो का शाला में घंटो इंतजार करना इस पायदान पर संकुल केंद्र पौनार के ताजा हालात को बयां करते देखा जा सकता है । इन लापरवाह शिक्षको पर किसी का शिकंजा नही है । संकुल केंद्र पौनार में भी सामानों का रख रखाव शाला परिसर में गन्दगी का अंबार देखने को मिलता रहता है। इस संकुल केंद्र पौनार में आस पास के 8 से 10 किलोमीटर दूर ग्रामो के अधिकतर सैकड़ो आदिवासी विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने यहाँ आते है।इस तरह को शिक्षा व्यवस्था एवम माहौल से विद्यार्थियों का भविष्य खतरायुक्त अंधकारमय है। अगर इस व्यवस्था में सुधार नही किया गया तो विधार्थियो की नींव कमजोर होगी जिससे वे उच्च शिक्षा तक कैसे पहुचेंगे इसका जिम्मेदार कौन होगा । उच्च अधिकारियों को इस और ध्यान देने की जरूरत है ।