Breaking Posts

6/trending/recent

Hot Widget

Type Here to Get Search Results !

Gadgets

लखनादौन जनपद पंचायत की कुछ चुनिंदा पंचायतों सें चुने गए उपसरपंच

लखनादौन जनपद पंचायत की कुछ चुनिंदा  ग्राम पंचायतो सें चुने गये उप सरपंच  


 उग्रप्रभा लखनादौन :-प्रदेश की पंचायतों में कल दिनांक 25/7/2022 को उप सरपंचों के निर्वाचन की प्रक्रिया हुई समाप्त नवनिर्वाचित पंचों ने चुना उपसरपंच कहीं निर्विरोध तो कहीं दावपेच के साथ चुनाव कराकर बनाए गए उपसरपंच सिवनी जिले के लखनादौन विकासखंड अंतर्गत आने वाली कुछ बड़ी पंचायतों का दिन रोमांचक भरा रहा जनपद पंचायत लखनादौन के आदेगांव क्षेत्र की बात करें तो ग्राम पंचायत औरापानी से श्रीमती उमा/गजराम डेहरिया को निर्विरोध उपसरपंच निर्वाचित हुई 


ग्राम पंचायत पाटन से श्री गोपाल पाराशर जी निर्विरोध चुने गए वहीं आदेगांव से श्री आदित्य मिश्रा भी निर्विरोध चुने गए 

 ग्राम पंचायत मछवाड़ा से देवी बंजारा को निर्विरोध उपसरपंच चुना गयाा 

कुछ पंचायतों में चुनाव प्रक्रिया के तहत चुने गए उपसरपंच ग्राम पंचायत पिंडरई रैयत में 2 प्रत्याशियों ने नामांकन किया जिसमें श्रीमती रुकमणी/ठाकुरप्रसाद  9 वोटों से निर्वाचित हुई वहीं ग्राम पंचायत मोहगांव गुर्जर से विनीता/जितेंद्र डेहरिया 10 वोटों से निर्वाचित हुई है क्षेत्र की काफी पंचायतों में निर्विरोध उपसरपंच चुने गए हैं एवं कुछ पंचायतों में चुनाव प्रक्रिया के साथ निर्वाचन संपन्न  हुआ


*जन समस्या निवारण संस्थान जिला सिवनी द्वारा कारगिल युद्ध विजय दिवस मनाया गया।

सिवनी उग्र प्रभा-जनसमस्या निवारण संस्थान शहीद वार्ड अभिषेक कालोनी जिला सिवनी मध्यप्रदेश कार्यालय के प्रांगण में कारगिल युद्ध को विजय दिवस के रूप में मनाते हुए उन वीर सपूतों को नमन किया गया जो शहीद हुए और उन्हे श्रद्धांजलि दी गई  


हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas  ) के रूप में मनाया जाता है. दरअसल 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठिए आतंकवादी और सैनिक चोरी छिपे कारगिल की पहाड़ियों में घुस आए थे. इस घुसपैठ के खिलाफ भारतीय सेना 'ऑपरेशन विजय' शुरू किया और एक एक घुसपैठिए को मौत के घाट उतार दिया या भागने पर मजबूर कर दिया. 26 जुलाई 1999 ही वह दिन था, जब भारतीय सेना ने कारगिल की पहाड़ियों को घुसपैठियों के चंगुल से पूरी तरह छुड़ा लिया और ऑपरेशन विजय के पूरी तरह से सफल होने की घोषणा की गई.करगिल युद्ध को हुए 23 साल हो चुके हैं. इस वर्ष हम कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. आज भी कारगिल में देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले योद्धाओं की कुछ बातें रोम-रोम में देशभक्ति की लौ को प्रज्जवलित कर देती हैं.

1999 में हुए भारत पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध में भारत के लगभग 500 वीर जवान शाहिद हुए और करीब 1500 सैनिक घायल भी हुए थे। इतनी आहुतियों के बाद भारत ने कारगिल युद्ध में विजय पाई थी। इस ऑपरेशन के नाम के अनुसार ही 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में उद्घोषित कर दिया गया ताकि आने वाली पीढ़ी भी उन देशभक्तों की वीरगाथाओं के बारे में जाने और उन वीरों का धन्यवाद करें।  आज जिस कारगिल और द्रास के क्षेत्रों को हम सब गर्व से भारत का हिस्सा बताते हैं वो उन्हीं शहीदों की देन है जिनको हर वर्ष विजय दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करने जन समस्या निवारण संस्थान सिवनी के सक्रिय पदाधिकारियो में वरिष्ट वयोवृद्ध श्रीमती रोहणी डहेरिया जी जिला महिला अध्यक्ष श्रीमती पार्वती डहेरिया नवनियुक्त महिला जिला सचिव श्रीमती रेखा डहेरिया संयोजक श्रीमती यसोदा डहेरिया प्रभारी श्रीमती सुनीता डहेरिया श्रीमती सोनम ठाकुर कु सोनालिका वर्मा द्वारा श्रद्धांजलि कर आभार प्रकट किया गया।


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Ads Bottom