एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है हायर सेकंडरी स्कूल।
अमरवाड़ा विकास खण्ड के अन्तर्गत ग्राम पौनार का मामला है।
हायर सेकेंडरी स्कूल होने के साथ साथ संकुल केंद्र पौनार भी है।
शिक्षको के अभाव में छात्रो का भविष्य अंधकार में तब्दील।
जिला शिक्षा अधिकारी को शायद भनक भी है या नही उनके संस्थानों के बारे मे कहा कितने शिक्षक पदस्थ है।
कब मिलेगी मध्यप्रदेश में छात्रो को अच्छी शिक्षा क्यो हो रहा है छात्रो की जिंदगी के साथ खिलवाड़।
पौनार - अमरवाड़ा विकासखंड के अन्तर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पौनार का मामला है जहा कक्षा नवमी से लेकर 12 वी कक्षा तक विद्यालय संचालित है। दुर्भाग्य पुर्ण यह है कि एक ही शिक्षक के भरोसे विद्यालय एंव संकुल केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। यहा प्रचार्य के पद पर प्रभारी प्रचार्य पदस्थ है। लगभग विद्यालय में 600 छात्र छात्राएं अध्यनरत है। कक्षा ग्यारहवीं मे संकाय कला, बायो, गणित की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन विधार्थीयो की नैया डगमगा जाती शिक्षको के अभाव मे बायो गणित लेने बाले छात्रो को कला संकाय लेकर पढना पढ रहा है। इस विद्यालय मे आसपास के पडोसी ग्राम दूरस्थ अंचल क्षेत्रो के अधिकतर आदिवासी छात्र छात्राएं अध्ययन करते है लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा को इस शाला परिसर के बारे मे भी जानकारी है या नही या उनकी सूची मे पौनार का नाम शामिल नही है। जहा शिक्षको के अभाव में जुझना पढ रहा है छात्रो को। कब तक सुधार होगा शिक्षा व्यावस्था मे अतिथि शिक्षको के भरोसा मे चल रही है शालाऐ।शिक्षक भी अपनी सुविधाओं को देखते हुये लगातार स्थानांतरण करा रहे है। अपने निज निवास की और भग रहे हैं जिससे संस्था और खाली होती चली जा रही है।
नीलेश डेहरिया
प्रधान संपादक
उग्रप्रभा अखबार एंव उग्रप्रभा न्युज चैनल


