मुख्यमंत्री का आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए खिलौना संग्रह अभियान, शिवराज के निकम्मेपन और सरकार की विफलताओं की नौटंकी
सरकारी बजट से खरीदे करोडों के खिलौने खा गए शिवराज,अब जनता के सामने फैला रहे हाथ:वासुदेव शर्मा  

 उग्र प्रभा समाचार छिंदवाड़ा। कामगार कर्मचारी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा शुरू किए गए आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए खिलौना संग्रह का अभियान 18 साल से चल रही भाजपा सरकार की सबसे बडी विफलता है और सीएम के निकम्मापन बताया है जिन्होंने सरकारी विभागों को चलाने के लिए जनता के बीच हाथ फैलाने की स्थिति में मप्र को पहुंचा दिया। शर्मा ने कहा कि भाजपा की शिवराज सरकार ने भीख मांगने के लिए भी योजना बनाई है जिसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गाजे-बाजे के साथ "पोषण मटका योजना" नाम से शुरू किया, जिसे लागू करने के लिए ही खुद सीएम को खिलौनों की भीख मांगनी पडी है क्योंकि प्रदेश की आंगनबाड़ीकर्मी पहले ही "पोषण मटका योजना" का विरोध कर चुकी हैं,    वे चेतावनी दे चुकी हैं कि यदि सरकार हमें घर घर जाकर पोषण आहार मांगने के लिए मजबूर करेगी, तब नतीजे ठीक नहीं होंगे। सीएम ने पोषण मटका योजना आंगनबाड़ी कर्मियों को घर घर जाकर भीख मांग कर पोषण आहार एकत्रित करने के लिए बनाई है, जो 8 महीने गुजर जाने के बाद भी शुरू नहीं हुई, क्योंकि इसके लिए कर्मचारी तैयार नहीं है, इसलिए शिवराज को खुद मांगने के लिए आगे आना पडा है। शिवराज सिंह सोच कर चल रहे थे कि उन्हें खिलौना मांगते देख लाखों आंगनबाड़ी कर्मचारी, सुपरवाईजर, परियोजना अधिकारी, बाबू आदि सभी सडकों पर मांगने निकल पडेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं!
 कामगार कांग्रेस अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के लिए महिला बाल विकास विभाग है, जिसके लिए करोडों का बजट आवंटित होता है, जो पोषण आहार, बच्चों के लिए खेल सामग्री पर ही खर्च किया जाता है, अल्पसमय की कमलनाथ सरकार ने 94 करोड रुपए आंगनबाड़ी केंद्रों में खिलौने खरीदने के लिए बजट में  दिए थे, केंद्र सरकार भी आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए फण्ड देती है, इसके बाद भी शिवराज सिंह द्वारा खिलौना मांगना किसी के गले नहीं उतर रहा।
शर्मा ने शिवराज सिंह, उनकी सरकार एवं भाजपा नेताओं से कहा कि पहले वे सरकारी फण्ड से खरीदे गए खिलौनों का हिसाब जनता को दें, इससे बाद ही मांगने की नौटंकी करें।
 शर्मा ने कहा अल्प समय की कमलनाथजी की सरकार 94 करोड बच्चों के लिए खिलौने खरीदने के लिए बजट में दे सकती है, तब 18 साल से शिवराज की सरकार क्या कर रही थी, जिनके कारण आंगनबाडी केंद्रों के बच्चे खिलौने से वंचित हैं