8 सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिको ने राष्ट्रपति एवं मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्ट्रेट पहुंचकर सौंपा ज्ञापन
छिंदवाड़ा उग्र प्रभा समाचार - छिंदवाड़ा जिले के समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका बहनों के द्वारा अपने 8 सूत्री मांगों को लेकर बड़ी तादाद में 1 किलोमीटर पैदल रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा
जिसमें प्रमुख मांगे मध्य प्रदेश सरकार शासकीय कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी घोषित करें नई शिक्षा नीति के तहत प्री प्राइमरी टीचर घोषित करें एवं वरिष्ठता के अनुसार सुपरवाइजर पद पर प्रमोशन किया जाए बढ़ाई गई तंखा से सरकार द्वारा कटौती की गई राशि को पुनः वेतन बड़ाकर एरियर्स सहित राशि डाली जाए एवं बुढ़ापा के सहारा के लिए एक मुक्त राशि या पेंशन की सुविधा दी जाए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के साथ अन्याय किया जा रहा है जो सुबह 9:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक जीरो से 5 वर्ष के बच्चों आंगनवाड़ी केंद्र में औपचारिक शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है एवं एक मां की भूमिका में बच्चे की सेवा कर कुपोषण मुक्त भारत बनाने में इन बहनों का बहुत योगदान है शासन की समस्त योजनाओं का कार्य सभी विभागों का कार्य सबसे पहले ग्राम स्तर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को ही सौंपा जाता है महिला होने के बावजूद भी शोभा से लेकर रात तक बिना थके कार्यों में लीन रहते हैं इसके बावजूद भी सरकार द्वारा इनका शोषण किया जा रहा है लगातार सेवा करने के बाद ₹10000 माह मानदेय दिया जा रहा है एक और सरकार अन्य कर्मचारियों की सैलरी दुगनी कर छठवां सातवां वेतनमान दिया जा रहा है जो वास्तव में जमीनी स्तर पर समय अवधि से अधिक समय देने के बाद ₹10000 का मानदेय दिया जा रहा है न्याय उचित नहीं है शिवराज सरकार को गहन चिंतन कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को नियमित कर शासकीय कर्मचारी घोषित कर इनको शोषण से मुक्ति दिलाना चहिये।