उग्रप्रभा समाचार अमरवाड़ा
संवाददाता- हरिसिंह डेहरिया
इलेक्ट्रो होम्योपैथी के जनक श्री मैटी की मनाई गई जयंती
अमरवाड़ा - विश्व इलेक्ट्रोपैथी दिवस डॉक्टर काउंट सीजर मैटी के जन्मदिवस के उपलक्ष में गुरुकुल परिसर अमरवाड़ा में धूमधाम से मनाया गया इलेक्ट्रो होम्योपैथी ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो पूर्णता पेड़ पौधों के द्वारा स्पेसिफिक मेथड द्वारा निकाले गए एसेंस से बनाई जाती है जो विद्युत की गति से शरीर में पहुंचकर बीमार हुए अंगों को ऊर्जा भरकर स्वस्थ करती है जिसका शरीर में कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता एवं शरीर स्वस्थ लाभ प्राप्त करता है भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक कमेटी गठित कर इसे अधिनियम मैं लाने के लिए कदम बढ़ाया 5 मई 2010 को स्वास्थ्य मंत्रालय ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान एवं चिकित्सा कार्य के लिए एनएचएम ऑफ इंडिया को अधिकृत भी किया डॉक्टर नवीन मालवीय ने अपने उद्बोधन में और भी जानकारी दी डॉक्टर दीप सिंह मालवीय छिंदवाड़ा ने इलेक्ट्रोपैथी आने वाली भविष्य की अच्छी चिकित्सा पद्धति है बताया इसी तारतम्य में डॉक्टर संदीप मालवीय डॉक्टर मुकेश सूर्यवंशी ने भी अपने विचार व्यक्त किए हर्बल इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति कितनी तेजी से कार्य करती है का भी डेमो चिकित्सकों पर किया और उपस्थित सभी चिकित्सकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए छिंदवाड़ा से डॉ प्रमोद भावरकर डॉ दीपक बाजपेई डॉ नासिर खान डॉक्टर बृजेश, डॉ योगेश वर्मा, निक्की खान नीतू वानखेडे ने भी इस चिकित्सा पद्धति को समझा एवं देखा कितने कम समय में यह दवाइयां काम करती है और उन्होंने भी अपने विचार व्यक्त किए सिवनी से डॉक्टर घनश्याम वाकलवार शिवानी यादव हर्रई से डॉक्टर पुरुषोत्तम चौकसे डॉक्टर पुनाराम मेहरा के साथ अमरवाड़ा के वरिष्ठ पत्रकार सूरज ठाकुर सुदेश नागवंशी एवं आदि उपस्थित रहे ,सभी ने इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा के बारे में गहराई से जाना और पाया कि इसमें विद्युत की गति से रोगों को ठीक करने की क्षमता है जैसा कि नाम से ही विदित है! डॉक्टर संदीप मालवीय द्वारा आभार व्यक्त किया गया!
