बच्चे के गर्दन से निकाली तरबूज के बराबर की गांठ
एक लाख बच्चों में किसी एक बच्चा होता है इसका जन्मजात शिकार
आरोग्य मल्टीकेयर में चल रहे विशेष सर्जरी पखवाड़े में डाक्टरों ने किया सफल आपरेशन
छिंदवाड़ा
सिस्टिक हाइग्रोमा यानि सिर और गर्दन के बीच पनपने वाली गांठ। यह अल्सर का एक रूप होता है जो जन्म से ही बच्चे में रहता है। शरीर और उम्र बढऩे के साथ यह बढ़ता जाता है। इसकी वजह से शरीर में रक्त का प्रवाह धीमा पड़ता है तो श्वास लेने में भी परेशानी होती है। लाखों बच्चों में किसी एक को यह बीमारी होती है। इस बीमारी से जूझ रहे एक बच्चे का सफल आपरेशन छिंदवाड़ा में ही करने में चिकित्सकों को सफलता मिली है। यह संभव हो पाया है आरोग्य हेसल्थ केयर मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल परासिया रोड छिंदवाड़ा में चल रहे सर्जरी पखवाड़े में। ऐसे ही कई अन्य मरीजों के भी सफल आपरेशन यहां किए जा रहे हैं। ऐसी बीमारियां जिनके इलाज या आपरेशन के लिए लोगों को बड़े शहरों में जाकर महंगा इलाज और सर्जरी करानी पड़ती इस हास्पिटल में चल रहे विशेष चिकित्सा अभियान में लोगों को वेैसी ही सुविधाओं, विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बहुत ही कम समय और कम खर्च में उपलब्ध कराई जा रही हैं। पिछले एक सप्ताह में दो दर्जन से ज्यादा आपरेशन विभिन्न बीमारियों से पीडि़त लोगों के छोटे बड़े आपरेशन यहां किए जा चुके हैं। डा विनीत मंडराह असिस्टेंट प्रोफेसर सिम्स, डा कान्हा अग्रवाल एनेस्थेटिक, डा पवन नांदुरकर असिस्टेंट प्रोफेसर सिम्स के साथ आरोग्य हास्पिटल की ओटी और आईसीयू टीम मिलकर लोगों को नया जीवन और बीमारियों से निजात दिलाने के लिए यहां सेवाभाव से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
स्तन केंसर के भी दो सफल आपरेशन
आरोग्य हास्पिटल में योग्य चिकित्सकों के दल ने स्तन केंसर से जूझ रहे दो महिलाओं के आपरेशन भी सफलता पूर्वकर कर उन्हें इस खतरनाक बीमारी से निजात दिला दी है। ऑपरेशन होने से गंभीर बीमारियों से पीडि़त जिले के मरीज और उनके परिजन राहत तो महसूस कर ही रहे हैं इलाज की अच्छी सुविधा से वे संतुष्ट भी हैं। पहले ऐसे मरीजों को अपरेशन के लिए नागपुर, हैदराबाद, दिल्ली,चैन्नई जैसे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। वहां का खर्च वहन करना भी समस्या रहती है। अपने शहर में ही स्थानीय स्तर पर महानगरों जैसी सुविधाए और उत्तम ईलाज हो जाने से आगे फालोअप के लिए भी उन्हें अब सुविधा हो गई है।
्रदो आधुनिक आपरेशन थिएटर में हो रही सर्जरी
जिले के आरोग्य मल्टीकेअर के मैनेजिंग डारेक्टर दीपक खंडेलवाल ने बताया कि हास्पिटल में बने दो सुसज्जित मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटरों में ये आपरेशन किए जा रहे हैं। इन ऑपरेशनों में स्तन कैंसर के कारण बीमार दो महिलाओं की कैंसर गांठों की सर्जरी की गई। इसके अलावा किडनी और यूरिनरी ब्लेडर में पथरी, बच्चादानी और गर्भाशय की बीमारी की सर्जरी, हिप ज्वाइंट और पैर की हड्डियों का ऑपरेशन, मोतियाबिंद के ऑपरेशन, जटिल प्रसव संबंधी सर्जरी, नसबंदी, गैंगरीन जैसी बीमारी के भी आपेरशन सफलतापूर्वक किए गए हैं। दीपक खंडेलवाल ने बताया कि स्तर कैंसर सहित नाक, कान, गला, आंख, गर्भाशय, हड्डी, जोड़ों से संबंधित बीमारियों के साथ प्रसव संबंधी दो दर्जन से अधिक छोटे-बड़े ऑपरेशन किए जा चुके हैं।