आज विश्व भर मे मनाया गया आदिवासी दिवस
छोटे- बडे कस्बों - नगरो- गांवो मे मनाया गया धूम धाम से मूल निवासी दिवस
जगह जगह हुये आदिवासी संस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन।।
डुंगारिया रैयत मे हजारो की तादात मे मनाया गया आदिवासी दिवस।
शामिल हुये सरपंच सुखमान उइके जिला पंचायत सदस्य सरुपलाल इवनाती उग्रप्रभा अखबार संपादक नीलेश डेहरिया एंव अन्य जन प्रतिनिधि ।
अमरवाड़ा - आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र डुंगारिया रैयत मे मनाया गया भव्य विश्व आदिवासी दिवस। यह क्षेत्र अमरवाड़ा से 25 किलोमीटर पुर्व दिशा मे घनाघौर जंगल पर्वत पहाडो के बीच स्थित है। यहा 90 प्रतिशत जनजाति समुदाय निवास करती है। जो अपना व्यावसाय कृषि मजदुरी करके अपना जीवन यापन कच्चे मकानो मे करते है।
इसके बावजूद भी विश्व आदिवासी दिवस को बडे ताम झाम हर्ष उल्लास के साथ अनेकता मे एकता का परिचय देते हुये कार्यक्रम की शुरुआत बाबा सहाब भीमराव अंबेडकर जी महान क्रांतिकारी राजा शंकरशाह, रानी दुर्गावती की छायाचित्र पर हल्दी चांवल कुमकम लगाकर की गई।
डुंगारिया रैयत से जन जाग्रति क्रांतिकारी रैली महान शूर वीरो के नाम से निकालकर पिपरिया मानू एंव घुघारला कला धूम धाम से पहुंची उसके बाद वापस डुंगारिया रैयत हजारो के तदाद मे जनजाति समाज एकत्रित हुये।.
और बडादेव फडापेन मुर्ती झंडा की स्थापना गौंडी रितीरिवाज से की गई।
मुख्य अतिथियो के द्रारा जनजाति समाज के उन्नयन विकास और प्रगति संस्कृति वेश भूषा भाषा संविधानिक व्यावस्था जनजाति समाज के पिछड़ने और शराबबंदी पर विशेष संबोधन संपादक नीलेश डेहरिया द्रारा दिया गया। सरपंच सुखमान उइके द्रारा विश्व आदिवासी दिवस मनाने पर प्रकाश डाला गया। जिला पंचायत सदस्य सरुपलाल इवनाती एंव अन्य वक्ताओं के द्रारा अपने अपने विचार व्यक्त किये गये।
बालिकाओं के द्रारा आदिवासी भेषभूषा पहनकर नृत्य किया गया। एंव सभी लोगो के लिए खाने पीने की व्यावस्था रखी गई थी।
उपस्थित मातृशक्तिया पितृ शक्तियां यूवा शक्तियाँ आयोजक मंडल जीएसयू संगठन डुंगारिया पिपरिया घुघारला कला के सभी सदस्य सुरेन्द्र भलावी, गोपाल भलावी, हरिप्रसाद भलाबी, राजकुमार भलावी,रामदयाल धुर्वे चन्द्रभान भलावी, कंचनसिग ककोडिया, राहुल उइके, सुबेलाल ककोडिया, रामप्रसाद इनवाती, रामप्रसाद मर्सकोले अजबसिग उइके, टीकाराम ककोडिया
कार्यक्रम का समापन आभार व्यक्त जगदीश भलावी द्रारा किया गया।